कानुन के हाथ बहुत लम्बे होते है-तिवारी आर टी आई एक्टीविस्ट
महाराष्ट्र, ठाणे, मिरा भयंदर में रहवासी वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता श्री संतोष कुमार तिवारी द्वारा सोसायटी पदाधिकारियों को पंगा लेना भारी पड़ा। आम आदमी को आए दिन सोसायटी पदाधिकारी के मनमानी,तानाशाही करना आम बात हो गई है। आम आदमी अधिकांश समय के साथ समझौता कर मन मार के अपमान सहन करता रहता है जिससे को.आप.हा.सो. पदाधिकारियों का मन सातवे आसमान पर चढ़ जाता है। परंतु कहते है ना की कभी कभी शेर को भी शेर मिल ही जाता है।
मिरा भयंदर की न्यू मिरा पैराडाइज सोसायटी में भी यही हाल हुआ। हर किसी को एक ही डंडे से हाकना सोसायटी को भारी पडा।
4 वर्ष पहले सोसायटी ने 1610 ब्रास अवैध तरीके से मिट्टी की भरनी कर सोसायटी परिसर को ऊंचा किया था जब संतोष तिवारी ने मना करने पर भी उदंड लोगो को समझायी गई बात रास नहीं आई तब श्री संतोष तिवारी ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी ठाणे के खनन विभाग को किया सूचना अधिकार का उपयोग कर किए गई अब तक की कार्यवाही की समस्त दस्तावेजों को निरक्षण मांगा ठाणे खनन विभाग जानकारी देने में समर्थ होने के कारण श्री तिवारी को राज्य सूचना आयोग में जाना पड़ा और ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात तहसीलदार मुकुंद पाटिल को 25 हजार दंड स्वरूप भरना पड़ा और आगे की जांच अप्पर तहसीलदार भयंदर को सौंपी गई । जांच में पाया गया की 1610 ब्रास अवैध मिट्टी की भरनी सोसायटी में की गई है जिसकी सुनवाई हेतु सोसायटी को नोटिस भेजी गई । संपूर्ण सुनवाई के बाद 22 फरवरी 2022 को माननीय अप्पर तहसीलदार भयंदर ने जांच कर सोसायटी को अवैध खनन के कारण सोसायटी को राजस्व की चोरी का दोषी मानते हुए 1,06,26,000 रुपए एक सप्ताह में राजस्व कोश में जमा करने का आदेश दिया है।
यही यह रकम 7 दिनों में अगर सोसायटी जमा नहीं करी तो दंड रकम का 5 गुणा रकम दंड स्वरूप वसूला जाएगा।जानकारो कि माने तो ऐसा महाराष्ट्र में पहली बार हुआ है जिसमें आर टी आई एक्टीविस्ट की जीत हुई है तथा उन सोसायटी पदाधिकारियों की हार हुई है जो सोसायटी पदाधिकारि अपने पद का गलत उपयोग करते हैं ।